चाहत

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    • होके जुदा तुमसे, कैसे रहेंगे हम ,तेरे बगैर जिंदगी कैसे जिएंगे हम
      तुम आसमां मेरे चाहत की तुम हवा मेरे सांसकी, हरपल तुम्हारी यादों में डूबे रहे जीते हैं हम
      तुमसे ही मेरी हर खुशी मेरे रूह में तुम ही बसी, हर हाल में तेरी चाह में , हर राह पर मिलेंगे हम

      D Singh
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